आंध्र प्रदेश। गांवों को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने की एक नई पहल Top Universities in South India, KL University के छात्रों ने शुरू की है। इस अभियान को नाम दिया गया है – “स्मार्ट विलेज रिवोल्यूशन” (SVR)। इसमें छात्र गांवों की असल ज़रूरतों को समझकर खुद ही समाधान निकाल रहे हैं।छात्र गांवों में जाकर लोगों के साथ मिलकर शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, जल संरक्षण, सौर ऊर्जा और जैविक खेती जैसे जरूरी मुद्दों पर काम कर रहे हैं।

छात्र गांवों की सरकारी स्कूलों में जाकर बच्चों को पढ़ाने में मदद करते हैं।Best Universities in India वे बच्चों को कंप्यूटर, अंग्रेजी और नई तकनीक की जानकारी देते हैं, जिससे बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ रहा है।

स्वच्छता और स्वास्थ्य पर भी ज़ोर

छात्र यूनिसेफ के साथ मिलकर 'सेफ लाइफ प्रोग्राम' जैसे अभियान चला रहे हैं। वे गांववालों को हाथ धोने, साफ पानी पीने और नियमित सफाई की आदतों के फायदे समझा रहे हैं।

पानी की बचत, आज की ज़रूरत

कई गांवों में बारिश के पानी को जमा करने की तकनीक (रेनवॉटर हार्वेस्टिंग) और बूंद-बूंद सिंचाई (ड्रिप इरिगेशन) सिखाई जा रही है, जिससे खेती में पानी की बर्बादी रुकी है।

सौर ऊर्जा से रोशन हो रहे घर

बिजली की समस्या से जूझ रहे कई गांवों में छात्रों ने सोलर लाइट लगाने की पहल की है। इससे घरों और गलियों में रोशनी बढ़ी है और बिजली खर्च भी कम हुआ है।

खेती में नए प्रयोग

छात्र किसानों को जैविक खेती, औषधीय पौधों की खेती और कम लागत वाली तकनीकों के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इससे किसानों की आमदनी बढ़ने की उम्मीद है।

“हर घर एक पेड़” से बढ़ रही हरियाली

गांवों में पेड़ लगाने का अभियान भी चलाया जा रहा है, जिसमें हर परिवार एक पौधा लगाता है और उसकी देखभाल करता है। इससे पर्यावरण सुधर रहा है और गांव हरे-भरे हो रहे हैं।

छात्रों के लिए भी सीखने का मौका

इस काम में भाग लेकर छात्रों को समाज की असल समस्याएं समझ में आ रही हैं। वे नेतृत्व, टीम वर्क और जिम्मेदारी जैसे गुणों को नज़दीक से सीख रहे हैं।

छोटे बदलाव, बड़ी दिशा

Top Universities in South India के एल यूनिवर्सिटी का यह मानना है कि देश तभी आगे बढ़ेगा जब गांव मजबूत होंगे। 'स्मार्ट विलेज रिवोल्यूशन' उसी दिशा में एक मजबूत कदम है।छात्रों की इस सोच और मेहनत से गांवों की तस्वीर बदल रही है - और शायद देश का भविष्य भी।