इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग, KLU ने एक खास इंडस्ट्रियल एक्सपर्ट टॉक का आयोजन किया। यह सत्र “Advances in VLSI Design: From Semiconductor Fundamentals to AI-Driven Verification” विषय पर केंद्रित था। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को आधुनिक चिप डिज़ाइन और नई तकनीकों की सरल और स्पष्ट जानकारी देना था।

सत्र को माइक्रोसॉफ्ट R&D प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद के सीनियर DV इंजीनियर श्री राम बाबू बी ने संबोधित किया। उन्होंने अपने अनुभव के आधार पर छात्रों को बताया कि आज VLSI इंडस्ट्री किस दिशा में आगे बढ़ रही है और इस क्षेत्र में क्या-क्या बदलाव हो रहे हैं, Best Universities in India

तकनीकी समझ को आसान बनाते हुए विशेषज्ञ ने क्या बताया

सत्र के दौरान श्री राम बाबू ने आधुनिक VLSI डिज़ाइन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें बहुत सरल तरीके से समझाईं। उन्होंने बताया कि आज चिप डिज़ाइन पहले की तुलना में ज्यादा जटिल हो गया है। इस कारण डिजाइनर्स को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिनमें मुख्य रूप से शामिल हैं:

बढ़ती जटिलता को संभालना

पावर की बचत और ऊर्जा दक्षता

डिज़ाइन की सही जांच और वेरिफिकेशन की कठिनाइयां

उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे चिप्स छोटे और तेज होते जा रहे हैं, उनकी वेरिफिकेशन और टेस्टिंग करना और भी मुश्किल होता जा रहा है। यही वजह है कि इंडस्ट्री अब AI और मशीन लर्निंग की मदद ले रही है।

AI कैसे बदल रहा है VLSI डिज़ाइन का भविष्य

श्री राम बाबू ने छात्रों को बताया कि AI-ड्रिवन वेरिफिकेशन तकनीकें आज चिप डिज़ाइन को तेजी से बदल रही हैं। इन तकनीकों की मदद से:

चिप डिज़ाइन की गलतियों को जल्दी खोजा जा सकता है

टेस्टिंग प्रक्रिया तेज और ज्यादा प्रभावी हो जाती है

समय और लागत दोनों की बचत होती है

उन्होंने उदाहरण देकर समझाया कि मशीन लर्निंग मॉडल अब डिज़ाइन के पैटर्न पहचान सकते हैं और संभावित त्रुटियों की पहले से भविष्यवाणी कर सकते हैं। यह बात छात्रों के लिए बहुत उपयोगी रही क्योंकि इससे उन्हें इंडस्ट्री की भविष्य की दिशा का अंदाजा मिलता है।

DRDO वैज्ञानिकों की उपस्थिति ने बढ़ाया कार्यक्रम का महत्व

इस कार्यक्रम में DRDO (Defence Research and Development Organisation) के वैज्ञानिक भी शामिल हुए। उनकी उपस्थिति ने सत्र को और भी खास बना दिया। छात्रों को न सिर्फ माइक्रोसॉफ्ट जैसे बड़े उद्योग से सीखने का मौका मिला, बल्कि उन्हें रक्षा अनुसंधान से जुड़े विशेषज्ञों के विचार भी जानने को मिले।

इन विशेषज्ञों ने छात्रों से बातचीत की और उन्हें बताया कि VLSI जैसे क्षेत्रों में नई तकनीकों का क्या महत्व है और देश में इस सेक्टर के लिए कितने अवसर मौजूद हैं।

छात्रों के लिए सीखने का बड़ा मौका

पूरे सत्र के दौरान माहौल ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक था। छात्रों ने कई प्रश्न पूछे और विशेषज्ञों से सीधे जवाब पाए। इससे उन्हें यह समझने में मदद मिली कि VLSI सिर्फ एक तकनीकी विषय नहीं, बल्कि तेजी से बदलते हुए भविष्य का अहम हिस्सा है।

इस आयोजन ने छात्रों को यह भरोसा दिया कि अगर वे VLSI जैसे क्षेत्रों में मेहनत करें, तो उन्हें देश और दुनिया में बेहतरीन करियर अवसर मिल सकते हैं।

यह एक्सपर्ट टॉक KLU द्वारा उद्योग और अकादमिक जगत के बीच मजबूत संबंध बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा। इससे छात्रों और फैकल्टी दोनों को आधुनिक तकनीकों की व्यावहारिक समझ मिली और भविष्य के लिए नई प्रेरणा भी।